करेंट-अफेयर्स 24 जुलाई 2020
राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स –
1.
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय थलसेना में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने की औपचारिक सरकारी मंजूरी पत्र जारी कर दिया है।
· इससे, सेना में महिला अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी देने का रास्ता खुल गया है।
·
इस
आदेश
से
सेना
की दस शाखाओं में लघु सेवा कमीशन की महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया जा सकेगा।
2.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (USIBC) द्वारा आयोजित ‘इंडिया आइडियाज़ समिट’ (India Ideas Summit) को संबोधित किया।
·
‘इंडिया आइडियाज़ समिट’ (India Ideas Summit) की मेजबानी अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (USIBC) द्वारा की गई।
·
इस वर्ष के सम्मेलन की थीम 'बेहतर भविष्य का निर्माण' (Building a Better Future) है।
3.
अभिनेता सोनू सूद ने “प्रवासी रोज़गार एप्प” लॉन्च किया है।
· यह एप्लीकेशन नौकरियों को खोजने और विशिष्ट नौकरी प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पेशकश करने के लिए सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।
4.
नौसेना कमान ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंडियन नेवल एकेडमी, एझिमाला(केरल) में 3 मेगावाट के सौर उर्जा संयंत्र की शुरुआत की।
·
यह, 2022 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा का लक्ष्य प्राप्त करने से सम्बंधित भारत सरकार के ‘नेशनल सोलर मिशन’ पहल के अनुरूप है।
·
यह संयंत्र, भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा सौर संयंत्र है
5.
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड द्वारा कृष्णापटनम पोर्ट कंपनी लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दी है।
6.
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National
Payment Corporation of India-NPCI) द्वारा बार-बार किए जाने वाले भुगतान (recurring payment)
के लिए UPI AutoPay सुविधा की शुरूआत की गई है। .
7.
Fampay ने टीनएजर्स के लिए खास बिना नंबर वाला कार्ड ( First Numberless Card )
लॉन्च किया है।
· Fampay Card नाम का ये कार्ड डेबिट कार्ड ( Debit Card ) की तरह ऑनलाइन और ऑफलाइन पेमेंट के लिए होगा।
·
सबसे अच्छी बात ये है कि पेमेंट सुविधा देने के बावजूद इस कार्ड के लिए अलग से बैंक अकाउंट ( Bank Account ) खोलने की जरूरत नहीं होगी।
अंतर्राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स –
1.
75वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा अपने इतिहास में पहली बार वर्चुअली आयोजित की जायेगी। 2020 का सत्र 15 सितंबर से शुरू होगा। इस वर्ष, विश्व नेताओं के पूर्व रिकॉर्ड किए गए बयानों को प्रसारित किया जायेगा।
2.
भारत
और दक्षिण अफ्रीकी सीमा शुल्क संघ ने वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से अधिमान्य व्यापार समझौते
के लिए पहल को पुनर्जीवित किया।
3.
भारत
और इजराइल मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ेंगे।
·
भारत में इजराइल के दूतावास ने कहा है कि इजराइल से रक्षा मंत्रालय और वैज्ञानिकों की एक टीम नई दिल्ली आएगी।
·
यहां भारत के मुख्य वैज्ञानिक के विजय राघवन और डीआरडीओ के साथ मिलकर 30 सेकंड में रिजल्ट देने वाले रैपिड टेस्टिंग किट बनाया जाएगा।
·
इजराइल कोरोना से लड़ने की कई तकनीक भी मुहैया कराएगा और भारत को मैकेनिकल वेंटिलेटर भी देगा।
नियुक्तियां –
1. मुंबई सीमा शुल्क उपायुक्त साहिल सेठ को ब्रिक्स चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (CCI) के लिए संचालन समिति के मानक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया
2. प्रकाश चंद्र कांडपाल को गैर-जीवन बीमा कंपनी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस का प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (managing director & Chief Executive Officer) नियुक्त किया गया है।
3. सुमित देब को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (National Mineral Development Corporation-NMDC) का अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (CMD) नियुक्त किया गया है।
योजनाएं –
1.
दिव्यांगजनों को राशन उपलब्ध कराने के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से दिव्यांगजनों को अंत्योदय अन्न योजना में शामिल करने को कहा है।
·
दिव्यांगजनों को इस योजना के तहत प्रतिमाह प्रति परिवार 35 किलोग्राम अनाज मिलेगा।
2.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मणिपुर के लिये एक जलापूर्ति परियोजना (Water Supply
Project) की आधारशिला रखी है।
·
इस परियोजना के माध्यम से राज्य के लगभग 25 शहरों और 1700 गाँवों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
TODAY’S SPECIAL
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आज़ाद
Ø लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक - बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था ,उन्हें एक विद्वान, गणितज्ञ, दार्शनिक तथा राष्ट्रवादी के रूप में जाना जाता है। स्वतंत्र भारत की नींव रखने में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का महत्त्वपूर्ण योगदान माना जाता है,गौरतलब है कि उन्होंने आम लोगों में स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु संघर्ष करने की चेतना जागृत करने तथा उन्हें एकजुट करने के लिये अपनी भविष्य उन्मुखी सोच के तहत ‘होमरूल लीग’ की भी स्थापना की। इन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान पूर्ण स्वराज की मांग उठाई।
तिलक का यह कथन कि 'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा' बहुत प्रसिद्ध हुआ। लोकमान्य तिलक ने जनजागृति का कार्यक्रम पूरा करने के लिए महाराष्ट्र में गणेश उत्सव तथा शिवाजी उत्सव सप्ताह भर मनाना प्रारंभ किया। इन त्योहारों के माध्यम से जनता में देशप्रेम और अंगरेजों के अन्यायों के विरुद्ध संघर्ष का साहस भरा गया।तिलक के क्रांतिकारी कदमों से अंगरेज बौखला गए और उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाकर छ: साल के लिए 'देश निकाला' का दंड दिया और बर्मा की मांडले जेल भेज दिया गया।इस अवधि में तिलक ने गीता का अध्ययन किया और गीता रहस्य नामक भाष्य भी लिखा। तिलक के जेल से छूटने के बाद जब उनका गीता रहस्य प्रकाशित हुआ तो उसका प्रचार-प्रसार आंधी-तूफान की तरह बढ़ा और जनमानस उससे अत्यधिक आंदोलित हुआ। बाल गंगाधर तिलक एक निर्भीक एवं स्वाभिमानी नेता थे। वे अपनी राय बेबाकी व आक्रामक तेवरों के साथ अपने समाचार पत्रों (मराठा और केसरी) में लिखते थे। 1 अगस्त, 1920 को मुंबई में बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु हुई थी, उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी ने बाल गंगाधर तिलक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें ‘आधुनिक भारत का निर्माता’ कहा था।
Ø चंद्रशेखर
आज़ाद - भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी एवं माता का नाम जगदानी देवी था। उनके पिता ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही गुण चंद्रशेखर को अपने पिता से विरासत में मिले थे। चंद्रशेखर आजाद 14 वर्ष की आयु में बनारस गए और वहां एक संस्कृत पाठशाला में पढ़ाई की। वहां उन्होंने कानून भंग आंदोलन में योगदान दिया था। 1920-21 के वर्षों में वे गांधीजी के असहयोग आंदोलन से जुड़े। वे गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए। जहां उन्होंने अपना नाम 'आजाद', पिता का नाम 'स्वतंत्रता' और 'जेल' को उनका निवास बताया।
उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई। हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, 'वन्दे मातरम्' और 'महात्मा गांधी की जय' का स्वर बुलंद किया। इसके बाद वे सार्वजनिक रूप से आजाद कहलाए। क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्मस्थान भाबरा अब 'आजादनगर' के रूप में जाना जाता है।
जब क्रांतिकारी आंदोलन उग्र हुआ, तब आजाद उस तरफ खिंचे और 'हिन्दुस्तान सोशलिस्ट आर्मी' से जुड़े। रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में आजाद ने काकोरी षड्यंत्र (1925) में सक्रिय भाग लिया और पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए।
17 दिसंबर, 1928 को चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और राजगुरु ने शाम के समय लाहौर में पुलिस अधीक्षक के दफ्तर को घेर लिया और ज्यों ही जे.पी. साण्डर्स अपने अंगरक्षक के साथ मोटर साइकिल पर बैठकर निकले तो राजगुरु ने पहली गोली दाग दी, जो साण्डर्स के माथे पर लग गई वह मोटरसाइकिल से नीचे गिर पड़ा। फिर भगत सिंह ने आगे बढ़कर 4-6 गोलियां दाग कर उसे बिल्कुल ठंडा कर दिया। जब साण्डर्स के अंगरक्षक ने उनका पीछा किया, तो चंद्रशेखर आजाद ने अपनी गोली से उसे भी समाप्त कर दिया।
इतना ना ही नहीं लाहौर में जगह-जगह परचे चिपका दिए गए, जिन पर लिखा था- लाला लाजपतराय की मृत्यु का बदला ले लिया गया है। उनके इस कदम को समस्त भारत के क्रांतिकारियों खूब सराहा गया। अलफ्रेड पार्क, इलाहाबाद में 1931 में उन्होंने रूस
की बोल्शेविक क्रांति की तर्ज पर समाजवादी क्रांति का आह्वान किया। उन्होंने संकल्प किया था कि वे न कभी पकड़े जाएंगे और न ब्रिटिश सरकार उन्हें फांसी दे सकेगी।इसी संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने 27 फरवरी, 1931 को इसी पार्क में स्वयं को गोली मारकर मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी।
0 Comments