आकाशीय बिजली से जुड़े तथ्य और इससे बचने के उपाय
प्रकृति का प्रकोप बहुत भयंकर होता है क्योंकि उसके आगे इंसान की बिलकुल नहीं चलती। हम खुद पर कितना ही गुरूर करें लेकिन प्राकृतिक आपदाओं में हमारी औकात एक मामूली कीड़े जैसी कर देती है प्रकृति। बिजली गिरना या आसमानी बिजली एक बहुत ही डरावना और खतरनाक अनुभव है। कुदरत की भयावहता का ये एक अनूठा उदाहरण है। आपने बिजली गिरने के बारे में सुना तो बहुत होगा लेकिन ये तथ्य नहीं जानते होंगे जो हम आपको बताने जा रहे हैं -
आकाशीय बिजली से जुड़े तथ्य (Lightening Facts) -
2) आसमानी बिजली से तीन महीने तक 100 वॉट का बल्ब निरंतर जल सकता है।
3) आसमानी बिजली करीब चार से पांच किलोमीटर लंबी होती है।
4) आसमानी बिजली में करीब 10 करोड़ वोल्ट वोल्टेज और 10,000 एम्पेयर करंट होता है।
5) आसमानी बिजली का तापमान सूरज की सतह से भी पांच गुना ज्यादा होता है।
- किसी अकेले खड़े लंबे पेड़ के नीचे शरण न लें क्योंकि इस पर बिजली गिरने की संभावना ज्यादा होती है।

- नदी, तालाब, समंदर आदि पानी के स्रोतों से जितना हो सके दूर चले जाएं।
- फेंसिंग के लिए लगाए गए तार, हाई टेंशन बिजली की तार और पवनचक्की से दूर रहें। यदि घर में हैं तो तार वाले फ़ोन, कंप्यूटर आदि बिजली की चीज़ों से दूर रहें|

- जब आप घर के भीतर हों तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। खिडकियां व दरवाजे बंद कर दें बरामदे और छत से दूर रहें। धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहना चाहिए।
- अपना मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करने की गलती कभी न करें क्योंकि ये बिजली का चालक है और इसकी तरंगें बिजली को आकर्षित करती हैं।
बिजली का झटका लगने पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति को सीपीआर, कार्डियो पल्मोनरी रेसिटेंशन यानि कृत्रिम सांस देनी चाहिए। तत्काल प्राथमिक चिकित्सा देने की व्यवस्था करनी चाहिए। वैसे तो हम ईश्वर और प्रकृति से लड़ नहीं सकते लेकिन ज्ञान का सहारा लेकर छोटी छोटी सावधानियां रख कर अपनी और अपने अपनों की रक्षा की कोशिश तो कर ही सकते हैं।
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