बोनसाई एक जापानी शब्द है इसका अर्थ होता है “बौने पौधे”। चीनी भाषा में बोनसाई शब्द का अर्थ होता है “पौधे उगाने वाले पात्र (बर्तन)”। बोनसाई तकनीक द्वारा पौधों को छोटा (लघु) रूप प्रदान किया जाता है। चीन जापान में यह विशेष रूप से प्रचलित है।
बोनसाई प्लांट बनाने की कला हजारों साल पुरानी है। आजकल बोनसाई पौधों को खूबसूरती के लिए लोग अपने घरों में लगाने लगे हैं। बाजार में बोनसाई के पेड़ों की बहुत मांग है। इनकी कीमत 1 से 5 हजार रपये तक हो सकती है। जो पेड़ जितने पुराने होते हैं उतने महंगे मिलते हैं। बोनसाई के पेड़ों के बीज का मूल्य 100 रूपये से शुरू होता है।
साधारण पौधों से बोनसाई के पेड़ बनाने की विधि क्या है ?
1. जिस पौधे को आप बोनसाई पेड़ बनाना चाहते हैं उसकी जड़ को हल्का हल्का कांटे और मिट्टी साफ कर दें। शाखाओं को जरूरत के हिसाब से काट दें।
2. अब इस पौधे को गमले में रखें। इस गमले में 2 से 3 इंच मोटी मिटटी की परत होनी चाहिये। उसके उपर इस पौधे को लगायें। फिर चारो तरफ से मिटटी भरें।
3. ध्यान रहे कि गमला बड़ा लें जिससे 1, 2 सालों तक आपको गमला बदलने की आवश्यकता ना पड़े।
4. पौधे को समय समय पर पानी देते रहे।
5. पौधे की शाखाओं को तार से बांधकर आप उसे मनचाहा आकार दे सकते हैं।
6. पौधे की शाखाओं को नीचे झुकाने के लिए वजन भी बाँध सकते हैं।
2. अब इस पौधे को गमले में रखें। इस गमले में 2 से 3 इंच मोटी मिटटी की परत होनी चाहिये। उसके उपर इस पौधे को लगायें। फिर चारो तरफ से मिटटी भरें।
3. ध्यान रहे कि गमला बड़ा लें जिससे 1, 2 सालों तक आपको गमला बदलने की आवश्यकता ना पड़े।
4. पौधे को समय समय पर पानी देते रहे।
5. पौधे की शाखाओं को तार से बांधकर आप उसे मनचाहा आकार दे सकते हैं।
6. पौधे की शाखाओं को नीचे झुकाने के लिए वजन भी बाँध सकते हैं।
बोसाई पेड़ो के बारे में विशेष बातें
1. बोनसाई पेड़ हमेशा जलवायु के अनुरूप लगाने चाहिए। जो पौधे आपकी जलवायु के अनुरूप है उसको ही लगाना चाहिए जैसे- आम, अनार, अमरुद, पीपल इत्यादि।
2. बोनसाई के पेड़ों के लिए मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में खाद डालनी चाहिए।3. बोनसाई के पेड़ों को धूप में रखना चाहिए या ऐसे स्थान पर रखें जहाँ धूप आती हो।
4. बोनसाई के पेड़ों की समय-समय पर काट छांट करते रहना चाहिए।
5. कुछ सालों बाद बोनसाई के पेड़ो की मिट्टी बदल देनी चाहिए।
6. कुछ लोगों का मानना है कि वास्तुशास्त्र की दृष्टि से बोनसाई के पौधे घर के भीतर नहीं लगाने चाहिए। उसे बाहर लगाया जा सकता है।
7. बोनसाई के पेड़ों में हल्की सिंचाई करनी चाहिए। बहुत अधिक पानी भरने से बचना चाहिए। फव्वारे से पानी डालना बेहतर होगा।
0 Comments